Tuesday, September 27, 2011

सऊदी अरब की महिलाओं को मिला वोट का हक


..लेकिन 2015 से पहले नहीं
पश्चिम एशिया में लोकतांत्रिक और सामाजिक सुधारों के लिए चल रहे आंदोलनों के बीच सऊदी अरब के शाह अब्दुल्ला बिन अब्दुल अजीज अल साद ने महिलाओं को मतदान और चुनाव लड़ने का अधिकार देने की घोषणा की है। श्री अब्दुल्ला ने अपने पांच मिनट के भाषण में कहा कि महिलाओं को शूरा परिषद में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। शूरा निर्वाचित संस्था नहीं है और इसके द्वारा बनाए कानून बाध्यकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा, हमने शीर्ष उलेमा और अन्य विद्वानों से सलाह-मशविरा करके महिलाओं को अगले कार्यकाल से शूरा परिषद का सदस्य बनाने की अनुमति देने का फैसला किया है। महिलाएं निगम चुनावों में चुनाव लड़ सकती हैं और उन्हें मतदान का अधिकार होगा। सऊदी अरब में अगले सप्ताह होने वाले निगम चुनावों में केवल पुरुषों को ही मतदान का अधिकार होगा लेकिन महिलाओं को 2015 में होने वाले चुनावों में मतदान का अधिकार हासिल होगा। सऊदी अरब में इस कदम को बड़े सामाजिक बदलाव का द्योतक माना जा रहा है। अमेरिका ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे महिलाओं को उनकी जिंदगी से जुड़े मुद्दे पर होने वाले फैसलों में भागीदारी का मौका मिलेगा। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि यह सऊदी अरब में महिला को उनके अधिकार देने की दिशा में एक अहम कदम है।



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